राष्ट्र की अस्मिता , हमारी सांस्कृतिक और आध्यात्मिक ऊर्जा के स्रोत एवं संजीवनी, हमारे जीवन के आधार मर्यादा पुरुषोत्तम श्रीराम की चरण धूलि हम सबको प्राप्त हो ।
॥ नमो राघवाय ॥
राम नवमी की हार्दिक वधाई एवं शुभ कामनायें ।
जय जय सुरनायक जान सुखदायक प्रनतपाल भगवंता ।
गो द्विज हितकारी जय असुरारी सिंधुसुता प्रिय कंता ॥
पालन सुर धरनी अद्भुत करनी मरम न जाने कोई ।
जो सहज कृपाला दीनदयाला करउ अनुग्रह सोई ॥
नौमी तिथि मधुमास पुनीता, शुक्ल पक्ष अभिजीत हरिप्रीता ।
मध्य दिवस अति सीत न धामा, पवन काल लोक विश्रामा ॥
॥ नमो राघवाय ॥
राम नवमी की हार्दिक वधाई एवं शुभ कामनायें ।
जय जय सुरनायक जान सुखदायक प्रनतपाल भगवंता ।
गो द्विज हितकारी जय असुरारी सिंधुसुता प्रिय कंता ॥
पालन सुर धरनी अद्भुत करनी मरम न जाने कोई ।
जो सहज कृपाला दीनदयाला करउ अनुग्रह सोई ॥
नौमी तिथि मधुमास पुनीता, शुक्ल पक्ष अभिजीत हरिप्रीता ।
मध्य दिवस अति सीत न धामा, पवन काल लोक विश्रामा ॥