Wednesday, 23 December 2015

अत्रापि भारतम्  श्रेष्ठं जम्बूद्वीपे महामुने।
यतो ही कर्मभूरेषा ह्यतोअन्या भोगभूमयः।
                                            अथार्थ इस जम्बूद्वीप  में भी भारतवर्ष सर्वश्रेष्ठ  हैं क्योंकि यह कर्मभूमि है इसके अतिरिक्त अन्य  देश भोग भूमियाँ हैं। ....... विष्णुपुराण
   अतः राजनीतिक और सामाजिक व्यवस्था को शुष्क विवादों से बचना चाहिए और कर्म पथ पर ही अग्रसर होना चाहिए ताकि हम एक उन्नत राष्ट्र की सांस्कृतिक धरोहर को संभाल कर रख पाएँ । 

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